नई दिल्ली : Gurugram Namaz Row: गुरुग्राम में नमाज अदा करने को लेकर के एक बार फिर विवाद हो गया है. गुरुग्राम के सेक्टर 37 में मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज अदा करने के लिए जुटे थे. इस दौरान कुछ हिंदू समूह के लोगों द्वारा व्यवधान डालने की कोशिश की गई. तनाव उस वक्त बढ़ गया जब हिंदू संगठनों ने वहां पर एक ‘प्रार्थना’ की. उनका दावा था कि यह ‘प्रार्थना’ 26/11 आतंकी हमले में मारे गए लोगों के लिए है. एकत्रित मुस्लिमों ने शुरुआत में वहां से चले जाने का मन बनाया, लेकिन उनमें से 25 लोगों ने ‘जय श्रीराम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारों के बीच ही नमाज पढ़ी. इस दौरान दोनों पक्षों के बीच करीब 30 मीटर से भी कम दूरी थी.
इस दौरान करीब 150 पुलिसकर्मी वहां पर मौजूद थे, लेकिन उनमें से सिर्फ 30 दोनों पक्षों के बीच मौजूद थे. करीब 20 मिनट के बाद जब नमाज खत्म हुई तो हिंदू समूह के दो लोग इस दूरी को पार कर उस जगह पहुंच गए. हालांकि इसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग वहां से चले गए.
गुरुग्राम के सेक्टर 37 में जहां पर ‘प्रार्थना’ की गई, वहां पर उपस्थित लोगों का यह दावा था कि आसपास के गांवों के मजदूर 26/11 आतंकी हमलों को याद कर रहे थे.
मुस्लिमों ने शुक्रवार को गुरुद्वारों में नमाज नहीं पढ़ी. शहर की गुरुद्वारा सिंह सभा समिति ने कहा कि मुसलमानों को नमाज पढ़ने के लिए जगह की पेशकश नहीं की जाएगी, क्योंकि उन्होंने नमाज के लिए जगह नहीं मांगी है. हालांकि उन्होंने अल्पसंख्यक समुदाय के साथ खड़े होने के अपने संकल्प को रेखांकित किया.
वहीं एक गुरुद्वारे के बाहर मुस्लिम विरोधी पोस्टरों ने दक्षिणपंथी समूहों के दबाव को लेकर के सवाल उठाए हैं, जिनमें से कुछ ने पूर्व में पहले एक नमाज स्थल पर गोबर फैला दिया था.
पिछले सप्ताह एकजुटता दिखाने के लिए गुरुद्वारा समिति ने मुसलमानों के लिए अपने दरवाजे खोलने की पेशकश की थी, जिससे की वे शांति से नमाज अदा कर सकें. गुरुग्राम में एक गुरुद्वारे के प्रमुख ने कहा, “गुरु घर… बिना किसी भेदभाव के सभी समुदायों के लिए खुला है.”